निर्भया के आरोपियों को आधे घण्टे तक लटका कर रखा जाएगा फांसी पर
निर्भया के चारों अपराधियों को फांसी की सजा सुनायी गयी है। जानकारी के अनुसार 22 जनवरी को चारों अपराधियों की फांसी होनी है |इसके लिए जैल प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अगर क्यूरेटिव याचिका और राष्ट्रपति से दया याचिका में कुछ समय लगता है तो फांसी की तारीख आगे बढ़ सकती है।
जैल अधिकारियों के मुताबिक फांसी के बाद आरोपियों को आधे घण्टे तक फांसी पर लटका कर रखा जाएगा। फांसी के समय जैल अधिकारियों के अलावा मनोचिकित्सक और मेडिकल ऑफिसर उपस्थित रहेंगे।
फांसी पर लटकाये जाने के बाद मेडिकल ऑफिसर मौत की पुष्टि करेंगे उसके बाद शव को नीचे उतारा जाएगा। यदि आरोपियों के परिवार द्वारा शव की मांग की जाएगी तो शव परिवार वालों को दे दिया जाएगा अन्यथा शव का धार्मिक रूप से अंतिम किया जाएगा।
फांसी की तैयारियां शुरू
जैल अधिकारी फांसी को लेकर काफी सजग है। फ़िलहाल आरोपियों को तिहाड़ की 3 नंबर जैल में रखा गया है। प्रशासन द्वारा आरोपियों के खान पान और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। चारों आरोपियों का दिन में दो बार मेडिकल चेक अप भी किया जा रहा है ताकि आरोपी फांसी के समय स्वस्थ रहें। आमतौर पर मौत की सजा सुन कर खाने पीने में कमी कर देते हैं जिससे उनकी तबियत खराब हो जाती है।
फांसी का फंडा मक्खन मे भिगोकर रखा गया है, ताकि मुलायम बना रहे। हर आरोपी के नाप के 2 फंदे बनाये गये है। आपको बता दें कि एक फंदा सिर्फ एक आरोपी के लिए ही उपयोग में लिया जाता है।
निर्भया के चारों अपराधियों को फांसी की सजा सुनायी गयी है। जानकारी के अनुसार 22 जनवरी को चारों अपराधियों की फांसी होनी है |इसके लिए जैल प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अगर क्यूरेटिव याचिका और राष्ट्रपति से दया याचिका में कुछ समय लगता है तो फांसी की तारीख आगे बढ़ सकती है।
जैल अधिकारियों के मुताबिक फांसी के बाद आरोपियों को आधे घण्टे तक फांसी पर लटका कर रखा जाएगा। फांसी के समय जैल अधिकारियों के अलावा मनोचिकित्सक और मेडिकल ऑफिसर उपस्थित रहेंगे।
फांसी पर लटकाये जाने के बाद मेडिकल ऑफिसर मौत की पुष्टि करेंगे उसके बाद शव को नीचे उतारा जाएगा। यदि आरोपियों के परिवार द्वारा शव की मांग की जाएगी तो शव परिवार वालों को दे दिया जाएगा अन्यथा शव का धार्मिक रूप से अंतिम किया जाएगा।
फांसी की तैयारियां शुरू
जैल अधिकारी फांसी को लेकर काफी सजग है। फ़िलहाल आरोपियों को तिहाड़ की 3 नंबर जैल में रखा गया है। प्रशासन द्वारा आरोपियों के खान पान और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। चारों आरोपियों का दिन में दो बार मेडिकल चेक अप भी किया जा रहा है ताकि आरोपी फांसी के समय स्वस्थ रहें। आमतौर पर मौत की सजा सुन कर खाने पीने में कमी कर देते हैं जिससे उनकी तबियत खराब हो जाती है।
फांसी का फंडा मक्खन मे भिगोकर रखा गया है, ताकि मुलायम बना रहे। हर आरोपी के नाप के 2 फंदे बनाये गये है। आपको बता दें कि एक फंदा सिर्फ एक आरोपी के लिए ही उपयोग में लिया जाता है।
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